मांगने वाले तू चीज अजीब न
मांग
देख गरीबी से उसका गरीब न
मांग
मैं भी तेरा अक्स हूं, सबकुछ है तेरा
कुछ मांग ले पर मेरा नसीब न
मांग
हाथ फैला के तो तू न दिखा
बेअदबी
कहां जाऊंगा तू मेरी तहजीब न
मांग
जो चला गया भूल उसे, न आएगा वो
कहां से लाऊं, अब उसकी दीद न मांग
माना के गुनाह पे सौ बार
गुनाह किए
लटकाने को मुझसे ही सलीब न
मांग
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