जिंदगी से बातें...
जिंदगी चल आज तुझसे बात दो-चार कर लूं
तू रुठती है तो रुठ, मैं ही तुझे प्यार कर लूं
अब तो छोड दे, यूं उदास रहने में रखा क्या है
आ उदासी चुरा लूं, आज तेरे गमख्वार कर लूं
ख्वाहिशमंद है साथ चलने को तो तू भी बहुत
आ
हाथ पकड ले, मैं ये रास्ता हमवार कर लूं
रोक मत, कहने दे आज बात सारी
दिल की
खामोश रह तू, आज मैं सारे इजहार कर लूं
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