माझी...मीत मन का
रविवार, 21 अगस्त 2016
रात को दिन
,
दिन को रात कर दिया
जब-जब उंगली मांगी हाथ कर दिया
न मैंने कहा कभी न तुमने सुना होगा
क्या-क्या तुमने मेरे साथ कर दिया
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